जनाब मशीरुल हसन साहब
सादर चरण स्पर्श,
मुझे को ये जानकर बहुत खुशी हुई कि आप अपने स्टूडेन्टों का कितना ध्यान रखते हैं. रखना ही चाहिये लेकिन मेरे कुछ प्रश्न हैं
1. यदि जामिया मिल्लिया इस्लामिया का कोई लड़का सड़क पर जेब काटता पकड़ा जाता तब भी आप उसका इसी तरह साथ देते?
2. यदि जामिया मिल्लिया इस्लामिया के कुछ छात्र आपकी ही यूनिवर्सिटी की छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार में लिप्त पाये जाते तब भी आप उसे अपनी यूनिवर्सिटी से रेस्टीकेट करने के बजाय उन बलात्कारी बच्चों का साथ देते? अभिभावक की तरह, जैसे इस आतंकवादियों के साथ हैं?
जबाब देंगे क्या?
आपका
सुमो
5 comments:
वीसी की अक्ल का दिवाला निकल गया है
Guru shishya parampara ka nirwah ho raha hai ji, or kya :-)
वीसी की अक्ल का दिवाला निकल गया है
लाहौल विला कूवत ...
जो बोलना था, वो बोल चुके. अब मौन हैं.
Post a Comment